Name / नाम - Birju. .Go. . .Sai
Email ID / ईमेल आयडी - Saibirju@gmail.com
Country / देश India - (Ahmedabad City)
Gender - Male
Subject / विषय - " साईंबाबा का एक ही मंत्र श्रद्धा और शबूरी "
Introduction / परिचय - Ahmedabad City" POLICE"
Your Experience / तुम्हारा अनुभव - साईंबाबा ने कहा शिरडी वही आ सकता है जिसे में बुलाता हु बाबा की क्रिपा से साईंनाथ ने मुझे २००५ में पहली बार अपने पास बुलाया जैसे मैं समाधि मंदिर में बाबा के पास आते ही मेरी आँखों से अश्रुधारा बहने लगी मैं अपने आप में नहीं था मेरा शरीर काप ने लगाथा मैंने इसी क्षण अपने गुरु के रूप स्वीकार कर लिया और बाबा ने भी मुझे अपना लिया था
२००६ में PSI की परीक्षा की तैयारी करते समय मेरे पैर में चोट लगने से वहा पर फेक्चर आ गया मैं पथारीवस हो गया डो• के मेडिकल रिकॉर्ड सिटी स्कैन रिपोर्ट के साथ अपने अधिकार को भेज दिया अधिकारी ने यह सब देख कर भी मुझे नौकरी पर हाजीर होने को कहा मैं नहीं हो सकता था मेरा पैर तुटा हुआ था मुझे नौकरी में से निकाल दिया गया है ऐसा ओर्डर मुझे मिल गया मेरा पूरा परिवार रोने लगा मेरी श्रद्धा बाबा पर अतुट थी कमी थी तो शबूरी की छे महीने के बाद में वापस शिरडी गया गुरूदेव को नौकरी से निकाल दिया गया ओर्डर दानपेटी में डाल दिया और मेरा परिवार आज से तेरे हवाले है यह कहकर वापस लौट आया
२००९ में पुरा रोडपर आ गया घर में खना नहीं था बाबा से कहा अब सहन नहीं होता बाबा ने मेरी बात सुनी और मुझे वापस शिरडी बुलाया में शिरडी से वापस लौटने की अनुमति प्राप्त कर के मंदिर से बाहर निकला की मुझे पता चला मुझे जिस अफसर ने नौकरी से निकाला था उसको गिरफ्तार कर के जैल में डाल दिया गया है वो अभी तक छुट्टा नहीं है
साईंबाबा की परम क्रिपा से २००९ में मुझे वापस नौकरी पर लगाने का ओर्डर मेरे घर पर आगया मेरी पत्नी ने बाबा से कहा में बिना पानी पिऐ शिरडी आकार तेरी धूप आरती करने के बाद ही मुह में पानी डालुगी ३६ घंटे बित चुके थे हम परिवार के साथ धूप आरति करने गए आरति के बाद बाबा की चरणामृत का छटकाव करते हैं उसकी एक बूंद मेरी पत्नी के मुह पर जा गीरी मैंने अपना ओर्डर बाबा के चरणकमल पर रख कर नौकरी वापस शुरू कर दी
श्रद्धा रख शबूरी से काम कर अल्लाह तेरा भला करेगा
Email ID / ईमेल आयडी - Saibirju@gmail.com
Country / देश India - (Ahmedabad City)
Gender - Male
Subject / विषय - " साईंबाबा का एक ही मंत्र श्रद्धा और शबूरी "
Introduction / परिचय - Ahmedabad City" POLICE"
२००६ में PSI की परीक्षा की तैयारी करते समय मेरे पैर में चोट लगने से वहा पर फेक्चर आ गया मैं पथारीवस हो गया डो• के मेडिकल रिकॉर्ड सिटी स्कैन रिपोर्ट के साथ अपने अधिकार को भेज दिया अधिकारी ने यह सब देख कर भी मुझे नौकरी पर हाजीर होने को कहा मैं नहीं हो सकता था मेरा पैर तुटा हुआ था मुझे नौकरी में से निकाल दिया गया है ऐसा ओर्डर मुझे मिल गया मेरा पूरा परिवार रोने लगा मेरी श्रद्धा बाबा पर अतुट थी कमी थी तो शबूरी की छे महीने के बाद में वापस शिरडी गया गुरूदेव को नौकरी से निकाल दिया गया ओर्डर दानपेटी में डाल दिया और मेरा परिवार आज से तेरे हवाले है यह कहकर वापस लौट आया
२००९ में पुरा रोडपर आ गया घर में खना नहीं था बाबा से कहा अब सहन नहीं होता बाबा ने मेरी बात सुनी और मुझे वापस शिरडी बुलाया में शिरडी से वापस लौटने की अनुमति प्राप्त कर के मंदिर से बाहर निकला की मुझे पता चला मुझे जिस अफसर ने नौकरी से निकाला था उसको गिरफ्तार कर के जैल में डाल दिया गया है वो अभी तक छुट्टा नहीं है
साईंबाबा की परम क्रिपा से २००९ में मुझे वापस नौकरी पर लगाने का ओर्डर मेरे घर पर आगया मेरी पत्नी ने बाबा से कहा में बिना पानी पिऐ शिरडी आकार तेरी धूप आरती करने के बाद ही मुह में पानी डालुगी ३६ घंटे बित चुके थे हम परिवार के साथ धूप आरति करने गए आरति के बाद बाबा की चरणामृत का छटकाव करते हैं उसकी एक बूंद मेरी पत्नी के मुह पर जा गीरी मैंने अपना ओर्डर बाबा के चरणकमल पर रख कर नौकरी वापस शुरू कर दी
श्रद्धा रख शबूरी से काम कर अल्लाह तेरा भला करेगा
om sairam
ReplyDelete