Din Ke Var Anusar Kare Kary tabhi Hoga Beda Par

शास्त्र के अनुसार कौन सा भी कार्य को शुरू करने के लिए  वार, योग,नक्षत्र,तिथि और करण को जानना  जरूरी है। इसी शास्त्र से शुभ मुहूर्त और लग्न पता चलता है।  तिथि,वार, लग्न और मुहूर्त, माह,का एक संपूर्ण विज्ञान है। जो लोग इस शास्त्र के अनुसार अपनी जीवनशैली बना लेते हैं वे कभी संकट में नही रहते हैं।

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रविवार : पढ़िए रविवार का कार्य

रविवार की प्रकृति ध्रुव है।सूर्य का दिन रविवार होता है। रविवार भगवन विष्णु का दिन है । सभी दिनों में रविवार कि सर्वश्रेस्ठ माना जाता है। अगर आपको अच्छा शरीर स्वास्थ्य व तेजस्विता पानी हो तो रविवार के दिन उपवास रखना चाहिए। आपको लाभ जरूर होगा। 

रविवार के दिन ये कार्य करे  :

* रविवार के दिन अपने भृकुटी पर हरि चंदन या लाल चंदन लगाएं।
* रविवार के दिन अच्छे-अच्छे पकवान खाने चाहिए ।
* रविवार के दिन अग्निकोण और पूर्व, उत्तर में यात्रा कर सकते हैं।
* रविवार के दिन आप अपने नए घर में गृहप्रवेश करे ।
* रविवार के दिन  आप सोना , चांदी और तांबा खरीद सकते है और धारण कर सकते है ।
* रविवार के दिन आप बिजली और अग्नि के सामान भी खरीद सकते है ।

रविवार के दिन ये कार्य ना करे  :

* रविवार के दिन भोजन में नमक नहीं खाना चाहिए इससे आपके स्वास्थ में बिगाड़ हो सकता है।
* रविवार के दिन पश्मिम और वायव्य दिशा में यात्रा ना करे ।

* सोमवार : पढ़िए सोमवार का कार्य

सोमवार कि प्रकृति सम है। यह दिन भगवान् शिवजी का दिन है। सोमवार के दिन उन लोगो ने उपास रखना चईये जो लोग स्वाभाव से गरम और उग्र है । उपास करने से उनकी उग्रता कम होगी।

सोमवार के दिन यह कार्य करे  :

* सोमवार के दिन अपने सिरपर भस्म का तिलक लगाएं।
* सोमवार को निवेश करे आपको निवेश फ़यदेमन रहेगी ।
* यदि आप चांदी,सोना में निवेश कर रहे हो तो सोमवार आपके लिए अच्छा वार है ।
* सोमवार के आप  वायव्य,दक्षिण, पश्‍चिम दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
* सोमवार के दिन आप अपने गृह निर्माण का शुभरंभ कर सकते ।
* सोमवार के दिन नौकरी जॉइंट करने से आपकी तरक्की होगी और शपथ ग्रहण, राज्याभिषे सोमवार के दिन करे ।
* सोमवार के दिन आप दही और दूध का व्यापार कर सकते है ।


सोमवार के दिन यह कार्य न करे  :

* सोमवार के दिन उत्तर और आग्नेय,पूर्व में यात्रा न करे।
* सोमवार के दिन दान के रूप में किसीको फल या सफ़ेद वस्त्र दे दे ।

* मंगलवार : पढ़िए मंगलवार का कार्य

मंगलवार की प्रकृति उग्र है। मंगलवार मतलब हनुमान जी का वार। अपने कार्य में मंगलकारी सफलता प्राप्त करेने के लिए मंगलवार का उपवास करना चाहिए।

मंगलवार के दिन यह कार्य करे :

* मंगलवार के दिन चमेली का तेल और लाल चन्दन मिश्रित तिलक लगाएं।
* मंगलवार का दिन ब्रह्मचर्य दिन कहलाता है । मंगलवार का दिन शक्ति एकत्रित करने का दिन है।
* मंगलवार के दिन आप पूर्व, दक्षिण, आ‍ग्नेय दिशः में  यात्रा कर सकते हैं।
* विवाह कार्य ,शौर्य के कार्य,शस्त्र अभ्यास,या मुकदमे का प्रारंभ करने के लिए मंगलवार उचित दिन है।
* मंगलवार के दिन आप बिजली ,अग्नि या धातु के उपकरण खरीद अथवा बेच  सकते है ।
* मंगलवार के दिन आप अपना ऋण चुकता कर सकते है , मंगलवार के दिन् ऋण चुकता करने से आप कभीक़र्जित नहीं होंगे।

मंगलवार के दिन यह कार्य न  करे  :

* मंगलवार के दिन भोजन में नमक नहीं खाना चाहिए इससे आपके स्वास्थ में बिगाड़ हो सकता है।
* मंगलवार के दिन आप पश्मिम और वायव्य,उत्तर  दिशा में यात्रा ना करे।
* मंगलवार के दिन मांस - और मच्छी नहीं खानी चाहिए इससे आपके अच्छे भले जीवन में तूफ़ान आ सकता है।
* मंगलवारर के दिन किसी भी व्याक्ति को ऋण नहीं देना वरना आपको वह ऋण आसानी से नही मिलेगा ।

 

बुधवार :पढ़िए बुधवार का कार्य

बुधवार कि प्रकृति सौम्य और चर मानी गई है।  गणेश और दुर्गा का दिन बुधवार है ।बउ के दिन कमजोर मस्तिक वालो ने उपवास रखना चाहिए क्योकि बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन है

बुधवार के दिन यह कार्यं करे :

* बुधवार के दिन सूखे सिंदूर का तिलक लगाये।
* बुधवार के दिन गणेशजी और दुर्गा के मंदिर जाना चाहिए ।
* बुधवार के दिन आप दक्षिण,पूर्व और नैऋत्य दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
* बुधवार के दिन जमा कि गए धन में बरकत रहती है ।
* बुधवार के दिन मंत्रणा,लेखन और मंथन का कार्य करना चाहिए ।
* बुधवार के दिन शेयर ,दलाली ओर ज्योतिष जैसे कार्य कर सकते  है।

बुधवार के दिन यह कार्यं न करे  :

* बुधवार क दिन इस दिशः में यात्रा न करे  -  पश्‍चिम और ईशान,उत्तर में यात्रा न करें।
* बुधवार के दिन धन का लेन देन ना करे।
* बुधवार के दिन जिन माता को लड़किया है उन माताओं ने अपना सर नहीं धोना चाहिए ऐसा करने से लडकियो का स्वास्थ बिग़ड सकता है और उनके सुख में अडचणी आ सकती है।  

* गुरुवार : पढ़िए गुरुवार का कार्य

गुरूवार का दिन प्रकृति क्षिप्र है। गुरूवार गुरुदत्त और ब्रह्मा का दिन माना जाता है। गुरूवार को शास्त्र में सबसे पवित्र और श्रेस्ठ दिन माना जाता है। गुवार के दिन उथली व छिछली मानसिकता वाले व्यक्तियों ने उपवास रखना चाहिए इससे उनके सारे दुःख समाप्त होंगे ।

गुरूवार के दिन यह कार्य करे :

* गुरूवार के दिन आप हल्दी , सफ़ेद चन्दन और गोरोचन का तिलक लगाये ।
* गुरूवार के दिन आप हर तरह कि बुरी आदते छोड़ सकते है और संकल्प करने के लिए यह वार उत्तम है।
* गुरूवार के दिन अपने पापो का प्रायचित करे ऐसा करने से आपने सरे पाप नस्ट हो जायेंगे क्योंकि गुरूवार का दिन गुरु बृहस्पतिओ देवी - देवता का दिन होता है।
* गुरूवार के दिन इस दिशा में यात्रा करे - उत्तर, पूर्व, ईशान दिशा ।
* गुरूवार के दिन शिक्षण , धार्मिक कार्य और रचनात्मक कार्य करने चाहिए ।
* गुरूवार के दिन आप सोने और चांदी के व्यापार कर सकते है ।

गुरूवार के दिन यह कार्य न करे :

* गुरूवार के दिन दाढ़ी ना बनाये और बाल ना काटे ऐसा करने से आप को संतान प्राप्ति नहीं होगी ।
* गुरूवार के दिन इन दिशः में यात्रा न करे - दक्षिण, पूर्व, नैऋत्य
* गुरुवार को भोजन में नमक नहीं खाना चाहिए इससे आपके स्वास्थ में बिगाड़ हो सकता है।

* शुक्रवार : पढ़िए शुक्रवार का कार्य

शुक्रवार दिन कि प्रकृति मृ‍दु है। शुक्रवार का दिन लक्ष्मी और काली माता का दिन है । शुक्रवार का दिन  दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का दिन है। शुक्रवार के दिन उपवास रखने से आपको शौर्य और तेजस्विता प्राप्त होगी।

शुक्रवार के दिन यह कार्य करे  :

* शुक्रवार के दिन आप लाल चंदन लगाएं।
* शुक्रवार के दिन इन दिशः में यात्रा करे - पूर्व, उत्तर और ईशान।
* शुक्रवार के दिन संगीत,नृत्य ,कला,और गायन कार्य कि सुरुवार कर सकते है।
* शुक्रवार का दिन वाहन , शृंगार ,सोना - चांदी , आभूषण , वस्त्र खरीदने और बेचने के लिए के शुभ है।
* शुक्रवार के दिन लक्ष्मी माता के मंदिर जाकर दान करे आपको लाभ होगा ।

शुक्रवार के दिन यह कार्य न करे :

*शुक्रवार के दिन खट्टा पदार्थ न खाये इससे आपके शारीर में बाधा होगी।
*शुक्रवार के दिन आप अपना शारीर स्वच्छ रखे अस्वस्छ रखने से आप पर आकस्मिक घटना-दुर्घटना हो सकती है।
*शुक्रवार के दिन इन दिशा में यात्रा न करे -  नैऋत्य, पश्चिम और दक्षिण ।

* शनिवार : पढ़िए शनिवार का कार्य

शनिवार कि प्रकृति दारुण है। शनिवार का दिन भगवान् भैरव और शनि का दिन है ।स के दिन उपवास करने से आपकी हर समस्या और समस्त दुःखों परेशानियों  से आपको छुटकारा मिलेगा   ।

शनिवार के दिन यह कार्य करे  :

* शनिवार के दिन आप भस्म और विभूति का लाल चन्दन लगाये ।
* शनिवार के दिन अपने पापो का प्रायचित कर सकते है उससे आपके पाप दूर होंगे  ।
* शनिवार के दिन इन दिशः में यात्रा करे - नैऋत्य, पश्चिम और दक्षिण ।
* शनिवार के दिन आप तकनीकी कार्य , भवन और शल्य क्रिया या जाँच कार्य कर सकते है ।
* शनिवार  के दिन आप  पेट्रोल, लकड़ी, सीमेंट,प्लास्टिक, तेल खरीद अथवा बेच सकते है।

शनिवार के दिन यह कार्य न करे :

* शनिवार के दिन शराब ना पिए ऐसा करने से आपके अच्छे भले जीवन में तूफ़ान आ सकता है।
* शनिवार के दिन इन दिशा में यात्रा न करे - पूर्व, उत्तर और ईशान ।
* शनिवार के दिन लडके को उसके सहुराल नही भेजना चाहिए ।
* शनिवार के दिन तेल,कोयला,लकड़ी,लोहा या लोहे की वस्तु खरीदनी नहीं चाहिए ऐसा करने से आपको बढ़ा झेलनी पड़ेगी। 

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