साई भक्त दामिनी जी अपना अनुभव आज अपने साथ शेयर करते हुवे.
मै मुम्बई में दादर एरिया में रहती हूँ २०१२ दिसंबर में पहली बार शिर्डी गयी थी और वहाँ मुझे जो अनुभव आया वो में आप सब को बताना चाहती हूँ अगर मुझसे कोई गलती हो जाये तो साई बाबा मुझे माफ़ करे.
2 दिसंबर क्रिसमस कि छुटी के दिन मै अपने परिवार के साथ पहली बार शिर्डी गयी थी वहाँ मुझे दर्शन कि कतार में खड़ी थी हम सब साई बाबा के दर्शन के लिए बहुत बेताब थे.
मेरे पापा भी साई बाबा के बहोत बड़े भक्त है वो हमेशा केहते ही कि शिर्डी का वो प्रसन्न वातावरण मन को आत्मशांति प्रदान करता है.
जब हम दर्शन के लिए खड़े थे तबी वहाँ से एक छोटा बच्चा मेरे पास आया और मेरी तरफ देखते हुवे अपने जेब से निकल कर मुझे कुछ दे रहा था.
मैंने उस नन्हे से बच्चे के हाथ में देखा तोह उसके हाथ में साई बाबा कि उदी थी.
मुझे बहोत ख़ुशी हुई कि इस बच्चे के नन्ही जान इतने सारे लोग छोडके मुझे ही क्यूँ उडी दे रहा है.
मैंने वो उदी साई बाबा का आशीर्वाद समजकर लेली.
फिर उसके ठीक २ दिन बाद मुझे एक जॉब इंटरव्यू को जाते वक़्त मेरे पापा ने कहा कि साई बाबा कि वो उदी अपने साथ लेके जावो ताकि साई बाबा कि आशीर्वाद से तुम्हे तुम्हारी काम में सफलता हासिल होगी.
मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि जो जॉब मुझे पिछले ३ साल से नहीं मिल रहा था आज में उसी पोस्ट पर अपने ड्रीम कैरियर कि पथ पर चलने लगी हूँ
साई बाबा कि भक्ति का प्रसाद हर एक भक्त को जरुर मिलता है अगर आप फल कि अपेक्षा ना करते हुवे सच्चे दिल से आपकी भक्ति हो तो ..
और हा साई बाबा के उदी का अपने जीवन जरुर प्रयोग करे.
सच्चिदानंद साईनाथ महाराज कि जय
जय साईं नाथ! बाबा की कृपा से मुझे जॉब मिली,बाबा की कृपा से मैं रोगमुक्त हुआ। बाबा आपसे कुछ भी छिपा नहीं है, जैसे आपने मुझे पूर्व की परेशानियों से निजात दिलाया वैसे ही अभी के कष्टों से उबारिये। ॐ साईं नाथाय नमः
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