विनय अपने पुरे भक्ती भाव और श्रद्धा के साथ अपने अनुभव मे केहते है कि ........
कॅलिफोर्निया के फार्मसी Dipartment मे केमिस्ट कि पद पर में जॉब पर लगा और मे मेरा काम पुरी मेहनत और दिल लगा के कर राहा था लेकिन मेरे इमानदारी और सच्ची मेहनत का फल मिलने कि बजाय मुजे हमेशा काम मे कि गयी गल्तीयोन कि वजह से अपने बॉस के ताने सुनने पडते थे.
शायद मेरे जीवन मे साई बाबा के कृपा कि कमी थी जो ऐसी हलाथ मे एक दिन अचानक मे और मेरी पत्नी इंडिया जाने कि सोच लिये और वो भी साई बाबा के दर्शन करणे हम शिर्डी पहुंचे. मुझे आज भी पता नई ये कैसे हुआ लेकिन शिर्डी जैसे पवित्र जगह जातेही मेरे मन कि चंचल अवस्था को एक स्तीरता प्राप्त हो रही थी और जब मे बाबा के मूर्ती के सामने गया तो करून रूप से अपने दिल और जीन्दगी मे हो रही तकलीफ को बाबा के सामने बोल दिया और उनसे यह प्रार्थना कि " कि बाबा मुझे मेरे जीन्दगी मे शांती सुख और समाधान कि सक्त जरुरत है" और मे वहा बाबा का प्रसाद ग्रहण कर के कई दिनो बाद वापीस अपने जॉब पे कॅलिफोर्निया आ गया .
बाबा के आशीर्वाद के साथ एक नयी शुरुवात करने मे जा रहा था .केवल एक दिन के दर्शन से नई तोः उस दिन से मे रोज बाबा कि पूजा करने लगा जिसके कारण मेरे मन को एक स्थिर भाव मिला और उसी वजह से मे अपने काम मे और भी व्यस्त और ध्यानपूर्वक रेहने लगा . काम करते समय मुझे हर वक़्त ऐसा एहसास होता कि खुद साई बाबा मुझे बार बार केह रहे है कि ध्यान से हर एक चीज हर एक Calculation करो . जो लोग पेहले मुझे मेरे काम कि वजह से कोसते थे आज वही लोग मेरे पीछे मेरी तारीफ करते हुये नजर आ रहे थे.ये चीज मेरे लिये किसी चमत्कार से कम नाही थी.इसी तरह बाबा कि कृपा हमारे घर पर सदा रहे और फिर से एक बार मे बाबा के दर्शन करने शिर्डी जाना चाहता हुं और इस बार मे चाहता हुं कि बाबा कि कृपा से हमे एक प्यारा सा बच्चा हो जाये और मुझे पुरा विश्वास है कि बाबा मेरी ये प्रार्थना जरूर सुनेंगे ..
om sai ram
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDeleteOm Sai
ReplyDelete